Wednesday, May 27, 2009

अब मंत्री बनने की होड़

लोकसभा चुनावों में पूर्वोत्तर राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस को अबकी केंद्रीय मंत्रिमंडल में इलाके के ज्यादा सांसदों को जगह मिलने की उम्मीद है। पूर्व संप्रग सरकार में पूर्वोत्तर से दो केबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री थे। लेकिन अब सात में से पांच राज्यों में कांग्रेस की सरकार है। पार्टी ने इलाके की 25 में से 13 सीटें जीती हैं। इसिलए उसे अबकी यह तादाद बढ़ने की उम्मीद है। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और मणिपुर के ओ. ईबोबी सिंह इसके लिए कई बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं।
सिलचर से कांग्रेसी सांसद संतोष मोहन देव को पिछली सरकार में भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री बनाया गया था लेकिन इस बार वह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कबींद्र पुरकायस्थ से पराजित हो गए। मेघालय के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी.आर.कींडियाह को पिछली सरकार में अनुसूचित जनजातीय मामलों से संबंधित विभाग सौंपा गया था। लेकिन अबकी उन्होंने चुनाव ही नहीं लड़ा। वैसे, बीते सप्ताह सरकार के शपथग्रहण के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पूर्व रसायन, उर्वरक और खान राज्य मंत्री विजय कृष्ण हैंडिक को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया।
असम के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तापस दे कहते हैं कि पिछली बार के मुकाबले पूर्वोत्तर में इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा है। इसलिए इस इलाके से और अधिक मंत्री बनने चाहिए।
पूर्वोत्तर राज्यों की 25 संसदीय सीटों में से कांग्रेस ने 13 पर जीत हासिल की है। पिछली बार की तुलना में यह दो अधिक है। कांग्रेस के चुनावी सहयोगी बोडो पीपुल्स फ्रंट ने एक स्थान पर विजय हासिल की है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री ईबोबी सिंह की दलील है कि राज्य की दोनों सीटों पर कांग्रेस विजयी हुई है। उनको उम्मीद है कि राज्य से एक मंत्री जरूर होगा।
मेघालय के मुख्यमंत्री डी.डी.लापांग भी कहते हैं कि इलाके के सर्वांगीण विकास और केंद्रीय मंत्रिमंडल में क्षेत्र के पर्याप्त प्रतिनिधित्व के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र से कम से कम चार मंत्री होने चाहिए। नगालैंड और त्रिपुरा के अलावा बाकी पांच राज्यों में फिलहाल कांग्रेस या उसकी अगुवाई वाला गठबंधन ही सत्ता में है। असम यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (एयूडीएफ) और नगालैंड में सरकार चला रहे नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने अभकी एक-एक सीट जीती है। उन्होंने भी संप्रग सरकार को समर्थ देने का एलान किया है। असम व त्रिपुरा की ताकतवर चाय लाबी पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और ऊपरी असम में डिब्रूगढ़ के कांग्रेसी सांसद पवन सिंह घटवार को भी सरकार में शामिल करने का दबाव बना रही है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी की सहयोगी बीपीएफ ने भी अपने एकमात्र सांसद एस.के.विश्वमुतियारी के लिए मंत्री पद की मांग की है।

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